आधार कार्ड क्या है? | आधार कार्ड का अर्थ,उद्देश्य,लाभ क्या है?

दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट पर, दोस्तों भारत में आधार कार्ड जीवन का एक जरुरी दस्तावेज बन गया है, लाखों निवासी सरकारी लाभ से लेकर वित्तीय लेनदेन तक हर चीज के लिए इसका उपयोग करते है। लेकिन वास्तव में आधार कार्ड क्या है? इस पोस्ट में, हम आधार कार्ड का अर्थ, उद्देश्य और लाभों के साथ-साथ हम जानेंगे की आधार कार्ड कैसे बना सकते है और डिजिटल अर्थव्यवस्था में इसकी क्या भूमिका है आदि।

आधार कार्ड क्या है?

आधार कार्ड एक सरकारी दस्तावेज है, जिस पर 12 अंको की एक विशिष्ट पहचान संख्या होती है। आधार कार्ड को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने भारतीय निवासियों के लिए जारी किया था। आधार कार्ड में व्यक्ति की बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय जानकारी होती है, जैसे फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन, नाम, पता, जन्म तिथि आदि। भारत में आधार कार्ड जीवन का एक जरुरी दस्तावेज बन गया है, लाखों लोग सरकारी लाभ से लेकर वित्तीय लेनदेन तक हर चीज के लिए इसका उपयोग करते है।

आधार कार्ड का इतिहास

आधार कार्ड को 2009 में निवासियों को योजनाओं का लाभ देने के लिए और सार्वजनिक सेवा वितरण ठीक से करने के लिए शुरू किया गया था। इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी को यूआईडीएआई के अधिकार के तहत इस प्कारोजेक्ट का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था। आधार की स्थापना के बाद से ही आधार कार्ड का तेजी से विस्तार हुआ है, और 2023 तक 138.08 करोड़ से अधिक निवासियों का आधार बन चुका है।

आधार कार्ड की विशेषताएँ

  • विशिष्टता: सभी व्यक्तियों की आधार संख्या अलग-अलग होती है। इसे बायोमेट्रिक्स और व्यक्तिगत विवरण के आधार पर बनाया जाता है।
  • पोर्टेबिलिटी: आधार को स्थानीय स्तर पर पुनः जारी किए बिना ही पूरे भारत में इसका उपयोग किया जा सकता है।
  • निःशुल्क: सभी निवासियों के लिए नया आधार कार्ड बनाना निःशुल्क है।
  • नागरिकता आवश्यकता नहीं: आधार सभी निवासियों के लिए उपलब्ध है, जिसमें गैर-नागरिक भी शामिल हैं, जो 182 दिनों से अधिक समय से भारत में रह रहे हो।
  • डिजिटल एकीकरण: प्रमाणीकरण और लेनदेन को बेहतर करने के लिए आधार विभिन्न प्रकार के सरकारी और निजी क्षेत्र की सेवाओं के साथ एकीकृत (Integrates) होता है।

नया आधार कार्ड कैसे बना सकते है?

बहुत ही आसानी से आप अपना तथा अपने परिवार का आधार कार्ड बना सकते है निचे विस्तार से बताया गया है :

  1. आधार नामांकन केंद्र का पता लगाएं: निकटतम आधार केंद्र का पता लगाने के लिए आप आधार की वेबसाइट पर जा जाना होगा।
  2. आवश्यक दस्तावेज साथ रखें: पहचान प्रमाण (पीओआई), पते का प्रमाण (पीओए) और जन्म तिथि के दस्तावेज (जैसे पैन कार्ड,बोर्ड मार्कशीट, पासपोर्ट या जन्म प्रमाण पत्र) साथ रखें।
  3. बायोमेट्रिक्स और अपनी जानकारी प्रदान करें: केंद्र पर, आपकी तस्वीर, उंगलियों के निशान और आईरिस स्कैन कैप्चर किए जाएंगे। आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी भी भरनी पड़ेगी तभी आपका नया आधार कार्ड बनेगा।
  4. नामांकन पर्ची प्राप्त करें: नामांकन के बाद, आपको नामांकन आईडी के साथ एक पर्ची मिलेगी। उस पर्ची के माध्यम से आप अपने नामांकन अनुरोध की स्थिति जान सकते है।
  5. ई-आधार डाउनलोड करें या डाक से आधार प्राप्त करें : प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आपका आधार कार्ड आपके दिए गए पते पर भेज दिया जाएगा। वैकल्पिक रूप से, आप आधार की वेबसाइट से ई-आधार डाउनलोड कर सकते हैं।

आधार कार्ड के लाभ

आधार कार्ड राष्ट्र और व्यक्तियों को कई लाभ प्रदान करता है :

  1. डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) : LPG, PDS राशन और पेंशन जैसी सब्सिडी सीधे आधार से जुड़े बैंक खातों में जमा की जाती है।
  2. वित्तीय समावेशन : इससे बैंक खाते खोलने और लोन के लिए आवेदन किया जा सकता है, जिससे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलता है।
  3. केवाईसी सरलीकरण : आधार Know Your Customer (KYC) दस्तावेज के रूप में कार्य करता है, जिससे सिम कार्ड, म्यूचुअल फंड और बीमा जैसी सेवाओं के लिए कागजी कार्यवाही कम हो जाती है।
  4. पैन-आधार लिंकिंग: पैन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने से टेक्स चोरी और धोखाधड़ी वाली वित्तीय समस्याओं को रोकने में सहायता मिलती है।

आधार और डिजिटल इंडिया

आधार कार्ड डिजिटल इंडिया पहल का मुख्य आधार है, जो शासन और डिजिटल सेवा वितरण को बहुत बढ़ाता है। Aadhaar-enabled Payment Systems (AePS) के मदद से, लोग माइक्रो-एटीएम पर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का उपयोग करके स्मार्टफोन या इंटरनेट के बिना भी अपने बैंक खाते से लेन-देन कर सकते है।

Aadhaar Bridge API कई प्रकार के ऐप और पोर्टल के साथ एकीकृत होता है, जिससे बैंकिंग और दूरसंचार क्षेत्रों के लिए सहज ई-केवाईसी सक्षम होता है। आधार DigiLocker और Umang जैसे प्लेटफ़ॉर्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जहाँ निवासी डिजिटल रूप से सरकारी सेवाओं तक पहुँच सकते हैं।

क्या आधार अनिवार्य है?

हालाँकि आधार कार्ड कई सेवाओं को आसान बनाता है, लेकिन भारत में यह हर चीज़ के लिए अनिवार्य नहीं है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया कि आधार केवल कल्याणकारी योजनाओं, पैन कार्ड लिंकिंग और आयकर दाखिल करने के लिए जरुरी है। जब तक कानून द्वारा निर्दिष्ट न किया जाए जायेगा तब तक स्कूलों में प्रवेश या मोबाइल कनेक्शन जैसी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए इसकी मांग नहीं की जा सकती है।

गोपनीयता और सुरक्षा संबंधी चिंताएँ


आधार द्वारा एकत्र किए गए बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय डेटा की विशाल मात्रा ने गोपनीयता संबंधी चिंताएँ पैदा की हैं। इनसे निपटने के लिए, UIDAI कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करता है, और आधार अधिनियम, 2016 इसके उपयोग को नियंत्रित करता है। दुरुपयोग को रोकने के लिए निवासी mAadhaar ऐप के माध्यम से अपने आधार बायोमेट्रिक को लॉक और अनलॉक कर सकते हैं। जिससे आधार की सुरक्षा की जा सकती है।

UIDAI ने वर्चुअल आईडी (VID) भी बनायी है – एक अस्थायी, रद्द करने योग्य 16-अंकीय संख्या जिसका उपयोग सत्यापन के लिए आधार संख्या की जगह किया जा सकता है, जो सुरक्षा को बढाती है।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


प्रश्न 1: क्या कोई विदेशी भारतीय (NRI) आधार के लिए आवेदन कर सकता है?
हां, वैध भारतीय पासपोर्ट वाले NRI आधार के लिए आवेदन कर सकते हैं।

प्रश्न 2: ई-आधार क्या है?
ई-आधार आपके आधार कार्ड का एक डिजिटल दस्तावेज है, जिसे UIDAI की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।

प्रश्न 3: मैं अपना आधार कार्ड कैसे अपडेट करूँ?
आप UIDAI पोर्टल के माध्यम से या आधार नामांकन केंद्र पर जाकर अपना आधार कार्ड अपडेट करा सकते हैं।

दोस्तों अब तो आपको आधार के बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी। यदि आपको कुछ और भी जानना है तो हमें कमेंट में बताये हम आपका जवाब जरूर देंगे।

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